मेरी बाते अगर काँटों की तरह चुभी हो तो फूल समज लेना,
मेरी भूल को अपनी भूल समज लेना,
वक़्त मिला तो होगा तुम्हारा और मेरा सामना
तबतक तुम्हारे भविष्य के लिए शुभकामना...
मेरी भूल को अपनी भूल समज लेना,
वक़्त मिला तो होगा तुम्हारा और मेरा सामना
तबतक तुम्हारे भविष्य के लिए शुभकामना...
No comments:
Post a Comment